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पूरे शरीर में खून पहुंचाने वाली महाधमनी में छेद कितना खतरनाक है? जानें महाधमनी विच्छेदन का कारण, लक्षण और इलाज

महाधमनी के द्वारा ही पूरे शरीर में रक्त प्रवाह होता है। ऐसे में अगर इस धमनी में छेद हो जाए या इसकी बाहरी पर्त फट जाए, तो क्या होगा, बता रहे हैं डॉक्टर…

महाधमनी विच्छेदन धमनियों में होने वाला एक प्रकार का विकार (Arteries Disorder) है। महाधमनी शरीर में सबसे मुख्य और बड़ी धमनी होती है। महाधमनी विच्छेदन को एओर्टिक डायसेक्शन (Aortic Dissection) भी कहा जाता है। इस स्थिति में महाधमनी की दीवार की आंतरिक परत खुली होती है। इस समस्या में धमनी की आंतरिक परत से रक्त लीक होने लगता है और शरीर में रक्त धमनी की आंतरिक परत और मध्य परत में प्रवेश कर जाता है और शरीर में रक्त को विभाजित कर देता है। कई मामलों में यही रक्त बाहरी परत यानि बाहरी दीवार से भी निकलने लगता है। इस स्थिति में इंसान अपनी जान भी गवां सकता है। महाधमनी आपकी शरीर में हृदय के बाएं निलय से होकर शुरू होती है। हृदय से रक्त लेने में महाधमनी अहम भूमिका निभाती है। महाधमनी के तीन प्रकार हैं। आरोही महाधमनी, महाधमनी चाप और अवरोही महाधमनी। इन तीनों ही धमनियों में समस्या उत्पन्न होने पर रक्त विकार हो सकता है।

महाधमनी विच्छेदन कोई आम समस्या नहीं है, समय पर इसका उपचार नहीं लेने पर यह जान की आफत भी बन सकती है। वैसे तो यह समस्या कई कारणों से हो सकती है जैसे पुराना उच्च रक्तचाप, छाती में पहले से समस्या आदि होना। अधिकांश मामलों में पहले यह समस्या 60 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्तियों में देखी जाती थी, लेकिन अब युवा भी इससे ग्रसित होने लगे हैं। इसे हृदय संबंधी विकार भी कहा जा सकता है। इस समस्या में आपका हृद्य भी प्रभावित हो सकता है। महाधमनी विच्छेदन के उपचार के लिए भी आपको कार्डियोलॉजिस्ट के पास जाना पड़ेगा। इस लेख के माध्यम से आपको पूणे के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर केदार कुलकरणी बताएंगे महाधमनी विच्छेदन के कारण, लक्षण और कुछ उपायों के बारे में।[/vc_column_text][vc_row_inner][vc_column_inner][vc_column_text]

महाधमनी विच्छेदन के कारण  (Causes of Aortic Dissection)

  • पुराना उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन)
  • मार्फन सिंड्रोम
  • जन्म से ही महाधमनी का कमजोर होना
  • छाती में किसी प्रकार की चोट लगना
  • महाधमनी अपर्याप्तता
  • कई बार यह वास्कुलाइटिस धमनी में आई सूजन के कारण भी हो सकता है
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महाधमनी विच्छेदन के लक्षण  (Symptoms of Aortic Dissection)

  • सांस लेने में तकलीफ होना
  • हृद्य में दर्द होना
  • शरीर का कोई अंग काम न करना
  • पेट में जलन या अचानक दर्द
  • छाती या पीठ के उपरी हिस्से में दर्द
  • बेहोश होना
  • बोलने में कठिनाई
  • इस स्थिति में लकवा भी इसका लक्षण हो सकता है
  • रक्तचाप अचानक बढ़ना

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महाधमनी विच्छेदन के जोखिम कारक  (Risk Factors of Aortic Disorder)

महाधमनी विच्छेदन होने के वैसे तो बहुत से जोखिम कारक हैं, लेकिन डॉक्टर द्वारा बताए गए कुछ खास कारणों से भी यह समस्या उत्पन्न होती है।

रक्तवाहिकाओं का सख्त हो जाना

धमनी के लुमेन से रक्त लीक होने का कई बार रक्तवाहिकओं (Blood Vessels) में सख्ती भी कारण बन सकती हैं। जब आपकी रक्तवाहिकाएं अपने आकार से विपरीत और सख्त होने लगती हैं तो यह महाधमनी में रक्त के रिसाव को भी बढ़ा सकती हैं।

महाधमनी कोआर्कटेशन

महाधमनी कोआर्कटेशन का अर्थ है महाधमनी निसंकुचन। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महाधमनी की हार्ट वाल्व को हटाया जाता है। इस रोग में कोई आसान इलाज नहीं है। इस स्थिति में केवल सर्जरी ही एक मात्र उपाय है। हालांकि कुछ मामलों में सर्जरी के बाद भी लोगों में खतरा बना रहता है।

महाधमनी कमजोर होना

महाधमनी में दुर्बलता कई कारणों से आ सकती है। कई लोगों में महाधमनी जन्मजात ही कमजोर होती है। वहीं कुछ मामलों में चोट लगने आदि से भी यह समस्या हो सकती है। महाधमनी में दुर्बलता होने के कारण इसकी परत भी कमजोर पड़ जाती है, जिससे रक्त लीकेज आसानी से हो सकती है।

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हाइपरटेंशन

हाइपरटेंशन (Hypertension) के मरीजों में महाधमनी विच्छेदन होने का खतरा अन्य लोगों की तुलना में थोड़ा ज्यादा होता है। हाइपरटेंशन के मरीजों में रक्तचाप अनियंत्रित होने के कारण धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है। जिससे महाधमनी की बाहरी दीवार में छेद होने की संभावना अधिक रहती है।[/vc_column_text][vc_column_text]

महाधमनी विच्छेदन के उपचार

महाधमनी विच्छेदन का शुरूआत में ही इलाज शुरू कर देने से इसके बढ़ते खतरे को रोका जा सकता है। वैसे तो इसके लिए दवाओं समेत इसकी कुछ ही चिकित्साएं हैं। आएये जानते हैं इन चिकित्सा के बारे में।

  • महाधमनी विच्छेदन की समस्या बढ़ जाने के बाद सर्जरी ही इसका एकमात्र उपचार बचता है। कई मामलों में सर्जरी के बाद भी मरीजों में खतरा बना रहता है।
  • शुरूआती तौर पर दवाओं से भी महाधमनी का उपचार संभव है। उपचार के तौर पर इसमें मरीज को बीटा ब्लॉकर्स, कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स और नाइट्रेट जैसी दवाओं का सेवन करने के लिए कहा जाता है।
  • कुछ मामलों में दवाओं के असर न करने के बाद चिकित्सक द्वारा कुछ खास थेरेपी का सहारा लिया जाता है। उन्हीं में से एक है दीर्घकालिक एंटीहाइपेर्टेन्सिव थेरेपी, जिसे लंबे समय तक मरीज पर इस्तेमाल किया जाता है। कई मामलों में यह थेरेपी कारगर भी साबित होती हैं।

महाधमनी विच्छेदन एक गंभीर समस्या है। इसे हल्के में न लें। इस लेख में बताए गए लक्षणों को देखकर इसे पहचानें और कार्डियोलॉजिस्ट से इसकी चिकित्सा कराएं।[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]

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